नई शिक्षा नीति -प्रभाव एवं सुझाव।

नई शिक्षा नीति -प्रभाव एवं सुझाव।

एसेट इंटरनेशनल स्कूल डेल्टा 2 में नई शिक्षा नीति पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया इस सेमिनार में ज़िले के विभिन्न स्कूलों के 20 से अधिक प्रधानाचार्य सम्मिलित हुए इसमें सभी लोगों ने अपने सुझाव रखे तथा नई शिक्षा नीति पर गहन विचार विमर्श हुआ .





इस अवसर पर बोलते हुए अदीब सर ने बताया कि वह 40 साल से अध्यापन के क्षेत्र में हैं और उन्होंने इससे पहले भी जो शिक्षा नीति आयी है उनका गहन अध्ययन किया है और आज की जो शिक्षा नीति आयी है उसका भी अध्ययन किया है और पाया है कि इस बार कौशल विकास और व्यक्ति निर्माण पर ज़्यादा ज़ोर दिया गया है वहीं वाईस चेयरमैन सुरेंद्र कुमार बंसल ने बताया कि नई शिक्षा नीति संपूर्ण विकास आधारित नीति है तथा ये सामूहिक प्रयास पर एवं निर्माण पर ज़ोर देती है





वहीं प्रीति चौधरी मैडम ने लोगों को बताया कि नई शिक्षा नीति मे सबसे ज़्यादा ज़ोर प्राइमरी एजुकेशन पर दिया गया है और उसे ज़्यादा रोचक और गहरा बनाया गया है ।कार्यक्रम का शुभारंभ सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने सरस्वती वंदना से किया इसके बाद चर्चा आरंभ हुई कि नई शिक्षा नीति से बच्चों में एवं स्कूल के परिवेश में क्या बदलाव होगा ,सभी ने बताया कि इसके प्रभाव सकारात्मक हैं और सभी स्कूल तेज़ी से इस शिक्षा नीति को अपना रहे हैं ।कार्यक्रम में सभी वक्ताओं ने अपने विचार रखे एवं नई शिक्षा नीति की बारिकियों को जाना ।






महिमा मैडम ने सभी आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति पर चर्चा आज के समय की ज़रूरत है और हर 1 बच्चा अपने आप में अलग होता है और हमें उसे वैसे ही देखने की आवश्यकता हैं ।






फ़ादर एग्नेल से आए हुए प्रिंसिपल जीन पॉल ने बताया कि नई शिक्षा नीति को लेकर कई लोगों के मन में कुछ प्रश्न थेजिनका जवाब आज इस सेमिनार में मिल गया

  •               

Leave a comment