- Publisher Arvind Saraswat
Mar 12, 2019 01:02 PM
नारी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ 21 वी सदी के सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• जà¥à¤µà¤²à¤‚त पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• है। विकास और आधà¥à¤¨à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ के चरम पर पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ त आज का समाज सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ और समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¤¨à¤• ढंग से जीवन जीने के नारी के मूलà¤à¥‚त अधिकार को संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने में असमरà¥à¤¥ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ हो रहा है। विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ सरकारी à¤à¤µà¤‚ गैरसरकारी संगठनों के अनवरत पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ के उपरांत à¤à¥€ अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महिला दिवस मनाने व नारी सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ पर विचार मंथन करने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ आज à¤à¥€ अनà¥à¤à¥‚त की जा रही है जो अपने आप मे यह इंगित करता है कि मंजिल अà¤à¥€ दूर ही है, वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान जड़ो में खोजना होगा कानून, नियम व सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त समसà¥à¤¯à¤¾ का सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ समाधान नही है।आज हम पà¥à¥€ लिखी व आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° महिला को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ व सशकà¥à¤¤ मान लेते है किंतॠयह सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ का à¤à¤• कदम मातà¥à¤° है। दरअसल हमारे सामाजिक ढांचे में महिलाओं की मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤²à¥‡à¤‚ बड़ी वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• सी है, जिसका समाधान मातà¥à¤° आरà¥à¤¥à¤¿à¤• आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤°à¤¤à¤¾ में नही ढूà¥à¤¾ जा सकता।महिला सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ असà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ की रकà¥à¤·à¤¾ व सामाजिक सरोकार का संघरà¥à¤· है।
सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ व समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤œà¤¨à¤• ढंग से जीवन जीने की लड़ाई है। महिलाओं की सà¥à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ में विगत कà¥à¤› दशकों से सकारातà¥à¤®à¤• बदलाव आया है, किनà¥à¤¤à¥ यह बदलाव सतही जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है ।à¤à¤• पà¥à¥€ लिखी व आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤à¤° नारी à¤à¥€ अपने अधिकारों की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ को लेकर आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ नही है। नारी सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ और समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के संरकà¥à¤·à¤£ के लिठसमाज की मानसिकता में आमूलचूल परिवरà¥à¤¤à¤¨ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। यह परिवरà¥à¤¤à¤¨ मातà¥à¤° कानून बनाने से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नही किया जा सकता।इसके किये वैचारिक कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति लाने की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है।वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ शिकà¥à¤·à¤¾ ही समाज की मनोचिकितà¥à¤¸à¤¾ कर इस समसà¥à¤¯à¤¾ का सà¥à¤¥à¤¾à¤¯à¥€ हल खोज सकती है। पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठघर की शिकà¥à¤·à¤¾ से करना होगा ।संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ में नारी समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के बीज रोपने होंगे। शिकà¥à¤·à¤¾ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को अहम à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾à¤¨à¥€ होगी।आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ आतà¥à¤®à¤šà¤¿à¤‚तन और आतà¥à¤®à¤¾à¤µà¤²à¥‹à¤•à¤¨ की है। शिकà¥à¤·à¤¾ व संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤®à¥‚लà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन की है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि शिकà¥à¤·à¤¾ ही à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° à¤à¤¸à¤¾ माधà¥à¤¯à¤® है जो समाज की दà¥à¤°à¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ मानसिकता को विनषà¥à¤Ÿ कर इस समसà¥à¤¯à¤¾ का लकà¥à¤·à¥à¤¯ à¤à¥‡à¤¦à¤• हल खोज सकती है ।मातà¥à¤° बाहà¥à¤¯ आकà¥à¤°à¥‹à¤¶ से इस यकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का समà¥à¤šà¤¿à¤¤ हल खोज पाना संà¤à¤µ नही है।
डॉ दीपà¥à¤¤à¤¿ वाजपेयी
à¤à¤¸à¥‹à¥¦ पà¥à¤°à¥‹ ० संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤
कà¥à¥¦ मायावती राजकीय महिला सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°
महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ बादलपà¥à¤°