विराट कवि सम्मेलन का किया गया आयोजन

कु मायावती राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बादलपुर में आज हिन्दी दिवस के सुअवसर पर हिंदी विभाग के सौजन्य से विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कविगणों श्री राजचैतन्य जी ,श्री सतीश वर्धन जी एवं श्री भुवनेश सिंघल जी ने अपनी काव्य धारा से सभी के हृदयों को आह्लादित किया । कार्यक्रम का आरंभ माँ वीणापाणि के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ ।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ दिव्या नाथ द्वारा की गई । सर्वप्रथम हिंदी दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला गया और हिंदी जन मन रंजन है इस तथ्य को मुक्त कंठ से सराहा गया तत्पश्चात विख्यात कवि श्री भुवनेश जी ने काव्य पाठ करते हुए श्री राम के चरणों मे वंदन करते हुए कहा कि "राम के दीवाने बनो,प्रेम के खजाने बनो राम राम राम राम ,राम गुण गाइये दिलों में बसा के राम ,ओठो पे सजा के राम जिह्वा में मधुरता के स्वाद को बढ़ाइये " कवि श्री सतीश वर्धन के गुरु महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपनी कविता में कहा " हमे अंधकार से ले गए प्रकाश में, भानु जैसे गुरुओं का मान होना चाहिये गुरुग्रंथ बाइबिल ने बताया है , गुरूओं का आदर सम्मान होना चाहिए जीवन मे माता पिता और गुरूओं का मित्रों , देवों से भी ऊपर स्थान होना चाहिए " इसी क्रम में कविता रसधार को आगे बढ़ाते हुए कविवर श्री राजचैतन्य जी ने छात्राओं को समर्पित कविता प्रस्तुत की
"घर आंगन में चिड़ियों सी चहकती है बेटियां ,
बगियाँ की नव कलियों से महकती है बेटियाँ"
मंच संचालन करते हुए हिंदी विभाग प्रभारी डॉ रश्मि कुमारी ने भी आज की राजनीति पर व्यंग करती हुई चंद पंक्तियां प्रस्तुत की "बस हम ही साधु है ,बाकी सब चोर है ये सियासत का कैसा नया मोड़ है जो न उनकी कहे और न उनकी सुने , देशद्रोही है वो और मुंहजोर है " कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या जी ने हिंदी भाषा के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी हमारा गौरव है ,हिन्दी हमारी मातृभाषा है ,मात्र एक भाषा नहीं। अंत मे डॉ रश्मि कुमारी द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया । कार्यक्रम के आयोजन में डॉ अर्चना सिंह और डॉ जीत सिंह का विशेष और सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्रायें एवं समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे ।

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